कोई भी मरने के बारे में सोचना नहीं चाहता। लेकिन यदि आप अपने आखिरी दिनों के बारे में कोई योजना नहीं बनाते, तो यह आपके परिवार और दोस्तों के लिए अतिरिक्त तनावभरा हो सकता है, खासकर जब वे दुख में होते हैं।
इसलिए, ‘जस्ट-इन-केस’ फाइल बनाने के लिए इस जांचसूची का इस्तेमाल करें। और पक्का करें कि आपके एक्जीक्यूटर्स को मालूम हो कि यह जानकारी कहां रखी है।
- महत्त्वपूर्ण आंकड़े (स्वयं, जीवनसाथी, बच्चे और अन्य लाभार्थी)
- वित्तीय और निजी देखभाल के लिए मुख्तारनामे के बारे में जानकारी
- सलाहकारों, लेखाकारों, वकीलों, तथा अन्य प्रोफेशनल लोगों के संपर्क विवरण
- असली वसीयत और जीवनसाथी की वसीयत की लोकेशन
- अंतयेष्टि क्रिया और स्मारक भूमि के ब्यौरे
- सेफ्टी डिपॉजिट बॉक्स के बारे में जानकारी
- अन्य महत्त्वपूर्ण दस्तावेज, जिनमें ये शामिल हैं: जन्म प्रमाणपत्र, विवाह प्रमाणपत्र, अलगाव/तलाक के कागज़ात, नागरिकता और पासपोर्ट, मेडिकल रिकार्ड, आयकर रिटर्न, बैंकिंग, मार्गेज (बंधक), कर्ज, अचल संपत्ति (रियल एस्टेट) और निवेश के रिकार्ड, वाहनों का स्वामित्व, विवाह-पूर्व, अलगाव, साथ-साथ रहने के समझौते, और अभिरक्षा/गोद लेने के रिकार्ड
- घरेलू खाते (प्रदाता, खाता संख्या, और संपर्क जानकारी सहित) इसमें ये शामिल हैं: बैक खाता जानकारी, निवेश खाता जानकारी, पेंशन योजनाएं, वार्षिकी, मूल्यवान निजी संपत्तियां, रियल एस्टेट, कारोबारी हित, बीमा (जीवन, विकलांगता, सीआई, दीर्घकालीन देखभाल, आदि) कर्ज और क्रेडिट लाइन जानकारी, तथा क्रेडिट कार्ड
साथ ही, अगर आप विवाहित हैं या कॉमन कानूनी रिश्ते में हैं, तो आप व आपके जीवनसाथी की वसीयतों में यह विवरण अवश्य होना चाहिए कि निम्न परिस्थितियों में क्या होगाः
- यदि आपका जीवनसाथी या पार्टनर आपसे पहले दिवंगत हो जाए
- यदि अपने जीवनसाथी या पार्टनर से पहले आप दिवंगत हो जाएं
- यदि आप दोनों एक साथ दिवंगत हों।
साभारः इन्वेस्को एस्टेट रिकार्ड कीपर